Real Love Story | सच्चे प्यार की कहानी | सच्चा प्यार | Story in Hindi | हिंदी में कहानी

कहानी शुरू होती है जब हिमेश नाम केे लड़के का अपनी गर्लफ्रेंड पूजा से ब्रेकअप हो जाता है हिमेश दिल्ली में रहता है और पूजा बुलंदशहर में रहती है हिमेश पूजा से हद से ज्यादा प्यार करता है इसीलिये वो ब्रेकअप केे बाद अपने घरवालों और दोस्तों से बोलना बहुत कम कर देता है ये देखकर उसके घरवाले टेंशन भी करते है उससे पूछते भी है पर वो कुछ नहीं बताता ऐसे ही धीरे-धीरे दो महीने बीत जाते हैं और उसके घरवालों की टेंशन और बढ़ती ही चली जाती है और घरवाले बार-बार पूछते हैं पर वो फिर भी कुछ नहीं बताता फिर एक दिन उसकी Sociaty में एक लड़की अपने मम्मी पापा केे साथ रहने आती है जिसका कोई भाई बहन नहीं होता और उस लड़की का नाम दिव्या होता है दिव्या का घर हिमेश केे घर केे Just सामने होता है एक दिन दिव्या अपनी Sociaty केे Gardan में बैठी होती है और उसकी नजर छत पर बैठे हिमेश की तरफ जाती है और दिव्या को उससे पहली नजर वाला प्यार हो जाता है दिव्या उससे बात करने केे लिए सोचती है पर उसे कभी मौका नहीं मिलता और उसे उसके बारे में कुछ ज्यादा पता भी नहीं होता है अचानक उसे एक मौका मिल ही जाता है अपने दिल की बात करने का जब हिमेश पार्किंग की तरफ अपनी बाइक निकालने जा रहा होता है और दिव्या भी उसके पीछे-पीछे जाती है और उसे रोककर कहती है की मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ हिमेश कहता है हाँ बोलो दिव्या कहती है एक्चुअली मैं तुम्हारी Sociaty में अभी कुछ दिन पहले रहने आई हूँ और मैंने तुम्हें 4-5 दिन पहले देखा था तो मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ हिमेश बोला हाँ बोलो न फिर दिव्या कहती है कि मैं तुमसे प्यार करती हूँ I really love you पर हिमेश डायरेक्ट मना कर देता है और Sorry बोलकर वहाँ से चला जाता है पर दिव्या उससे सच्चा प्यार करती है और इसलिए वो हार नहीं मानती पर हिमेश भी कहीं न कहीं दिव्या से प्यार करने लगा था क्यूंकि वह दिव्या केे मिलने केे बाद पूजा केे बारे में सोचना कम कर चुका होता है और दिव्या केे लिए उसके दिल में फीलिंग बढ़ने लगती हैं पर वो यह मानने केे लिए तैयार नहीं होता है की वो पूजा केे लिए धीरे धीरे भुला रहा है फिर एक दिन दिव्या अपना लैपटॉप ठीक करवाने केे बहाने से हिमेश केे घर जाती है और हिमेश से कहती है कि मेरा लैपटॉप ख़राब हो गया है तो क्या तुम ठीक कर दोगे हिमेश कहता है हाँ कर दूंगा हिमेश लैपटॉप ठीक करने लगता है तभी दिव्या उससे कहती है मैं तुमसे प्यार करती हूँ सच्ची पर तुमने डायरेक्ट मना कर दिया तुम्हें पता है मुझे उस दिन कितना हर्ट हुआ था क्या तुम्हें मैं अच्छी नहीं लगती या तुम किसी और से प्यार करते हो तब हिमेश कहता है कि हाँ मैं किसी और से प्यार करता हूँ पर वो अब मेरी ज़िन्दगी में नहीं है वो मुझे छोड़कर जा चुकी है फिर दिव्या को हिमेश ने बताया कि वो पूजा से दो साल पहले बुलंदशहर में अपने Cousin की शादी में मिला था बहीं उन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया था उन्होंने एक दूसरे केे No. Exchange किये थे और उसने ये भी बताया कि कैसे वो दिल्ली से बुलंदशहर उससे मिलने जाया करता था हमेशा उसकी Care करता था उसके लिए उसने अपना Career नहीं देखा आगे क्या होगा ये तक नहीं सोचा और उसी लड़की ने दो साल केे Trust और Relationship को कैसे दो दिन केे आये यार की खातिर बर्बाद कर दिया फिर उसने कहा कि मैं इसलिए ही अब किसी पर भरोसा नहीं कर सकता और इसलिए ही मैंने उस दिन तुमसे Sorry बोल दिया था पर एक बात है जो मैं कहना चाहूँगा कि मैं कहीं न कहीं तुमसे प्यार करने लगा हूँ ये सब सुनकर दिव्या की आँखों में आँसू आ गए और फिर दिव्या ने जबाब दिया कि हिमेश सब एक जैसे नहीं होते उसने तुम्हें धोखा दिया इसका मतलब ये नहीं की मैं भी तुम्हें धोखा दूंगी एक बार मुझपे Trust करके तो देखो मैं उसके जैसी नहीं हूँ I really love you यार और उसके बाद हिमेश भी उसको हाँ बोल देता है फिर धीरे धीरे उनमे और प्यार बढ़ता है और वो एक दूसरे से शादी करना चाहते हैं अब क्यूंकि उन्हें शादी करनी है तो दोनों ही अपने अपने Career की तरफ ध्यान देते हैं और दोनों की अच्छी जॉब लग जाती है हिमेश अपने बर्थडे पर घरवालों को अपने और दिव्या केे बारे में सब कुछ बता देता है और घरवाले भी मान जाते हैं और दोनों की शादी हो जाती है || और यहीं पर इस कहानी का *THE_END हो जाता है |

वो कहते है न कि कोई हमसे सच्चा प्यार करने लगे तो हम अपना सच्चा प्यार भूल ही जाते हैं क्यूंकि हमें भी एक सच्चा प्यार मिल चुका होता है 


THANK YOU

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